अभी 24 घंटे भी तो नहीं बीते… भारतीय अपने विदेश मंत्री एस जयशंकर के ताजा वीडियो पर लहालोट हुए जा रहे थे। यूरोप में बैठकर यूरोप को ही सुनाने वाले जयशंकर को ‘नए भारत की बुलंद तस्वीर’ के रूप में प्रचारित किया जा रहा था।
शाम ठीक से ढल पाती, उससे पहले ही ‘नए भारत’ का यह भ्रम टूट गया। खाड़ी देशों के आगे नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली ‘मजबूर सरकार’ झुक गई।
मसला सत्ताधारी भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा के नैशनल टीवी पर बैठकर पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी से जुड़ा था। लपेटे में मीडिया प्रभारी नवीन कुमार जिंदल भी आ गए जिन्होंने शर्मा के समर्थन में कुछ ‘विवादित’ ट्वीट्स कर दिए।
शर्मा के खिलाफ देश में कई जगहों पर प्रदर्शन हो रहे थे मगर तब बीजेपी ने कोई ऐक्शन नहीं लिया।
(भाषा इनपुट NBT)