पुलिस बल पर कातिलाना हमला करने का 21 वर्ष पुराना मामला,अंतिम गवाह विवेचक स्वामीनाथ ने दर्ज कराया बयान.
प्रयागराज: सपा विधायक विजमा यादव सहित 14 सहयोगियों के विरुद्ध 21 वर्ष पुराने मामले में एमपी एमएलए की विशेष कोर्ट में मुकदमे के विवेचक स्वामीनाथ की गवाही दर्ज की गई ,अभियोजन ने मुकदमे के सभी गवाहों के बयान कोर्ट में दर्ज करा दिया है.
एमपी एमएलए की विशेष कोर्ट के न्यायाधीश डॉ दिनेश चंद्र शुक्ल के समक्ष सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता सुशील वैश्य ने 15वें गवाह विवेचक का बयान दर्ज कराया।
विवेचक ने अदालत को बताया कि विधायक विजमा यादव के ही उकसाने पर भीड़ अनियंत्रित होकर पुलिस टीम पर गोली बम से हमला किया जिसमें पुलिसकर्मियों को गंभीर चोटी लगी थी।
घटना में विजमा यादव शामिल थी, 21 सितंबर 2000 को शाम 2.30 बजे चौकी सहसों के सामने श्याम बाबू के पुत्र आनंद जी उर्फ छोटू सात वर्ष के बालक की मृत्यु दुर्घटना में हो जाने पर उसके शव को सड़क पर रखकर ईट-बल्ली लगाकर नाजायज तरीके से मजमा लगाकर बलवा किया,सभी लोग घातक असलहो से लैस थे।
थाना प्रभारी थाना सराय इनायत कृपाशंकर दीक्षित व अन्य पुलिस अधिकारियों को जान से मारने की नियत से ईट, पत्थर फेंके जाम लगाकर सड़क पर अवरोध उत्पन्न किया जिससे कि लोगों को आने जाने में अवरोध हुआ ,आम आदमी के जीवन को संकट में डाल दिया।
पुलिस कर्मियों को अपना कर्तव्य निर्वहन करने से रोकने के लिए भय पहुंचाया ,उनको चोटें पहुंचाई लोक शांति भंग करने के आशय से अपमानित किया।
सरकारी कर्मचारियों , पुलिस कर्मियों को जान से मारने की धमकी दी , सड़क पर खड़े हो गए वाहनों को क्षतिग्रस्त किया , लोक सेवक के आदेश की अवहेलना किया , इससे वहां पर अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया एवं लोक संपत्ति को क्षति पहुंचाई तथा अफरा-तफरी का भय उत्पन्न किया।
घटना के समय तत्कालीन इंस्पेक्टर सरायनाइत कृपा शंकर दीक्षित की मृत्यु हो चुकी है।