कलक्टर की संवेदनशीलता से पन्नालाल को मिलेगी ढाई साल से रुकी हुई वृद्धावस्था पेंशन
आँखों-फिंगरप्रिंट के खराब होने पर नहीं हो पा रहा था सत्यापन, कलक्टर ने पहल की तो स्वीकृत हो गई ढाई साल से रुकी पेंशन
जिला स्तरीय जनसुनवाई में मौके पर ही मिली आमजन को राहत
जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा जिला स्तरीय जनसुनवाई में आने वाले प्रकरणों को पूरी गंभीरता से लेते हुए समयबद्ध निस्तारण और राहत सुनिश्चित कर रहे हैं।
गुरुवार को जिला स्तरीय जनसुनवाई में नाथद्वारा के कुम्हारवाड़ा निवासी 72 वर्षीय पन्नालाल प्रजापत पिता घासी प्रजापत प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) में लाभ प्राप्त करने की मांग को लेकर पहुंचे थे। आवास को लेकर आयुक्त को निर्देश प्रदान करने के साथ ही जब कलक्टर ने जब बुजुर्ग से पूछा कि पेंशन मिलती है या नहीं? तो उसने बताया कि ‘साहब 36 महीने से मेरी वृद्धावस्था पेंशन सत्यापन के अभाव में रुकी हुई है, क्योंकि उम्र हो गई है, फिंगर प्रिंट नहीं आ रहे और एक आँख में भी समस्या है’।
इस पर कलक्टर ने संवेदनशीलता दिखाते हुए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक दीपेन्द्र सिंह शेखावत को हाथों-हाथ पीड़ित को राहत प्रदान करने के निर्देश दिए। अधिक उम्र होने से फिंगरप्रिन्ट और एक आँख में समस्या के कारण ई-मित्र पर सत्यापन संभव नहीं हो पा रहा था, ऐसे में तुरंत प्रभाव से नाथद्वारा उपखंड अधिकारी रक्षा पारीक की आईडी के माध्यम से प्रार्थी का सत्यापन किया गया।
उप निदेशक शेखावत ने बताया कि अब पन्नलाल को 36 माह से रुकी हुई पेंशन की राशि लगभग 27000 रुपए प्राप्त होंगे। वेरीफिकेशन होने के बाद कलक्टर ने जनसुनवाई में ही पीड़ित को स्वीकृति पत्र सौंप कर राहत दी और उसकी खुशी का ठिकाना न रहा। कलक्टर ने कहा कि और भी कोई परेशानी हो तो वे मिलने आ सकते हैं।
शेखावत ने बताया कि पन्नालाल प्रजापत की पेंशन मार्च 2021 को शुरू हुई थी और फरवरी 2022 तक उसे आखिर भुगतान हुआ। इसके बाद सत्यापन नहीं होने से वह वंचित हो गया लेकिन कलक्टर असावा की संवेदनशीलता से तुरंत राहत मिली।
जिला स्तरीय जनसुनवाई में पेयजल, सड़क, बिजली, अतिक्रमण, नामांतरण, पट्टा वितरण सहित कई विषयों से संबंधित 31 परिवाद लेकर लोग उपस्थित हुए। कलक्टर ने हर समस्या को सुनते हुए नियमानुसार समाधान करने के लिए निर्देश दिए।
जनसुनवाई के बाद कलक्टर ने संपर्क पोर्टल पर विभिन्न स्तरों पर लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए लंबित रहने का कारण पूछा और कहा कि गुणवत्तापूर्ण समाधान करें। जनसुनवाई के प्रकरणों में संतुष्टि स्तर की समीक्षा करते हुए कलक्टर ने कहा कि समस्याओं का ठोस निस्तारण करें, साथ ही निस्तारण करते समय सामान्य उत्तर न दें और उत्तर तथ्यात्मक और संतोषजनक हो।
कलक्टर ने कहा कि जनसुनवाई की समस्याओ का समुचित समाधान करना बेहद आवश्यक है, हमारे पास आमजन बड़ी उम्मीद लेकर आते हैं और यह सभी अधिकारियों का दायित्व है की वे सरकार की मंशा अनुरूप समस्याओं को ठीक से सुनकर उनका समाधान करें।
जनसुनवाई का राज्य स्तर से मुख्य सचिव द्वारा पर्यवेक्षण किया गया। जनसुनवाई में जिले के सभी उपखंडों से उपखंड स्तरीय अधिकारी वीसी के माध्यम से कनेक्ट हुए।
जिले में प्रतिमाह तीन गुरुवारों को जनसुनवाई का आयोजन किया जा रहा है। माह के प्रथम गुरुवार को ग्राम पंचायत, द्वितीय गुरुवार को उपखंड स्तर पर अटल जन सेवा शिविरों के माध्यम से और तृतीय गुरुवार को जिला स्तरीय जनसुनवाई का आयोजन नियमित रूप से किया जाकर लोगों की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है।